रोशनी के मैदान की तरफ़ वाक्य
उच्चारण: [ rosheni k maidaan ki terf ]
उदाहरण वाक्य
- उनकी प्रमुख कृतियों में लकड़बग्घा हँस रहा है (१९७०), हड्डियों में छिपा ज्वर(१९७३), दीवारों पर ख़ून से (१९७५), रोशनी के मैदान की तरफ़ (१९८२), भूखण्ड तप रहा है (१९८२), आग हर चीज में
- उनकी प्रमुख कृतियों में लकड़बग्घा हँस रहा है (१९७०), हड्डियों में छिपा ज्वर(१९७३), दीवारों पर ख़ून से (१९७५), रोशनी के मैदान की तरफ़ (१९८२), भूखण्ड तप रहा है (१९८२), आग हर चीज में...
- उनकी प्रमुख कृतियों में लकड़बग्घा हँस रहा है (१९७०), हड्डियों में छिपा ज्वर(१९७३), दीवारों पर ख़ून से (१९७५), रोशनी के मैदान की तरफ़ (१९८२), भूखण्ड तप रहा है (१९८२), आग हर चीज में बताई गई थी (१९८७) और पत्थर की बैंच (१९९६) शामिल हैं.
- चन्द्रकान्त देवताले जी की प्रमुख कृतियों में लकड़बग्घा हँस रहा है (१९७०), हड्डियों में छिपा ज्वर(१९७३), दीवारों पर ख़ून से (१९७५), रोशनी के मैदान की तरफ़ (१९८२), भूखण्ड तप रहा है (१९८२), आग हर चीज में बताई गई थी (१९८७) और पत्थर की बैंच (१९९६) शामिल हैं।
- देवताले जी की प्रमुख कृतियाँ हैं-हड्डियों में छिपा ज्वर, दीवारों पर खून से, लकड़बग्घा हँस रहा है, रोशनी के मैदान की तरफ़, भूखंड तप रहा है, हर चीज़ आग में बताई गई थी, पत्थर की बैंच, इतनी पत्थर रोशनी, उजाड़ में संग्रहालय आदि।
- चन्द्रकान्त देवताले जी की प्रमुख कृतियों में लकड़बग्घा हँस रहा है (१ ९ ७ ०), हड्डियों में छिपा ज्वर (१ ९ ७ ३), दीवारों पर ख़ून से (१ ९ ७ ५), रोशनी के मैदान की तरफ़ (१ ९ ८ २), भूखण्ड तप रहा है (१ ९ ८ २), आग हर चीज में बताई गई थी (१ ९ ८ ७) और पत्थर की बैंच (१ ९९ ६) शामिल हैं।
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